Published On : Mon, Jul 17th, 2023
By Nagpur Today Nagpur News

Video गोंदिया: न.प टैक्स विभाग दफ्तर की छत से टपक रहा बारिश का पानी , कर्मचारियों ने किया काम बंद

छत से टपक रहे पानी के बीच बैठकर काम करना मुमकिन नहीं ? यह कहते कर्मचारीयों ने CEO को लिखित पत्र देकर किया काम बंद , सरकार को प्रतिदिन 2 लाख के राजस्व की क्षति

गोंदिया: पिछले 2 दिनों से जारी मानसून का असर सिर्फ सड़क- मैदान और खेतों में ही नहीं सरकारी दफ्तरों के भीतर भी दिख रहा है। गोंदिया नगर परिषद कार्यालय के मालमत्ता कर विभाग ( टैक्स विभाग ) , रिकॉर्ड रूम विभाग और शिक्षण विभाग की छत बारिश में इस कदर टपक रही कि कमरों में पानी भर रहा है और कर्मचारियों के टेबल पर रखे कंप्यूटर , रसीद बुक , रजिस्टर व फाइलें भीग रहीं है .

इस हालत में बैठकर काम करना मुश्किल है लिहाज़ा जब तक ये दफ्तर दुरुस्त होते नहीं , कमरों की छत से बारिश का पानी टपकना बंद होता नहीं तब तक काम बंद आंदोलन किया जा रहा है ऐसा लिखित पत्र नगर परिषद मुख्य अधिकारी को 17 जुलाई सोमवार को जारी करते हुए टैक्स विभाग में कार्यरत 25 कर्मचारियों सहित अन्य विभाग कर्मचारियों ने आज दोपहर 12 बजे से ही काम बंद कर दिया है।

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बता दें कि समय-समय पर मेंटेनेंस नहीं किए जाने के कारण पुरानी इमारत बदहाल अवस्था में पहुंच चुकी है , पिछले 2 वर्षों से लगातार इस पुरानी हो चुकी इमारत के छत से वर्षा का पानी टपक रहा है , जर्जर हो चुकी टैक्स विभाग की छत से विगत वर्ष पीओपी गिर चुकी है और अब सीमेंट के टुकड़े नीचे गिर रहे हैं तथा स्लैब की सलाखें बाहर आ चुकी है।
विगत 2 दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण टैक्स विभाग के रिकॉर्ड में रखी फाइलें भीग गई है साथ ही रजिस्टर- कंप्यूटर भी खराब हो रहे है।

स्ट्रक्चरल ऑडिट की प्रक्रिया पूर्ण कर , असुरक्षित इमारत घोषित करें – डिप्टी सीईओ विशाल बनकर

नागपुर टुडे से बात करते हुए डिप्टी सीईओ और टैक्स विभाग के अधिकारी विशाल बनकर ने बताया – भवन के मेंटेनेंस के लिए न.प बांधकाम विभाग को दो मर्तबा पत्र लिखकर अवगत करा दिया गया है लेकिन जिम्मेदार बेफिक्र है और स्थाई हल नहीं खोजा गया है , पानी लगने से फाइलें भीग गई है और उनमें सीलन लगना शुरू हो गया है , कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर काम करने को तैयार नहीं और टैक्स विभाग दफ्तर में काम बंद की जानकारी लिखित तौर पर सीईओ ( प्रशासक ) को दे दी गई है।
नगर परिषद टैक्स विभाग की बिल्डिंग ज्यादा पुरानी हो चुकी है इसलिए स्ट्रक्चरल ऑडिट की प्रक्रिया पूर्ण कर इसे जर्जर इमारतों की श्रेणी में लेकर असुरक्षित ( खतरनाक ) घोषित कर ध्वस्तीकरण के निर्देश जारी किए जाने चाहिए ?

जर्जर भवन के कारण कर्मचारी हमेशा भयभीत रहते हैं इसलिए इसे कहीं और शिफ्ट करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए अन्यथा दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारियों तथा टैक्स भरने के लिए आने वाली जनता के मन में किसी अनहोनी का भय बना रहेगा। विशेष उल्लेखनीय है कि नगर परिषद टैक्स विभाग में प्रतिदिन लगभग 2 लाख रुपए से ज्यादा मालमत्ता टैक्स की आवक होती है , सोमवार दोपहर से टैक्स विभाग का कामकाज बंद हो जाने के कारण सरकार को राजस्व की क्षति पहुंच रही है।

रवि आर्य

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