गोंदिया। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं , 4 नवंबर सोमवार को नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन रहा , पर्चा वापस लेने की तारीख खत्म हो चुकी है और बागी चुनाव मैदान में टिके हुए हैं नतीजतन महायुति और महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवारों की टेंशन बागीयों ने बढ़ा दी है ।
जिले के चार विधानसभा क्षेत्र से 39 उम्मीदवार चुनाव मैदान से हट गए हैं तथा उन्होंने अपना नामांकन वापस उठा लिया जबकि अब चुनाव मैदान में 64 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा। इनमें अर्जुनी मोरगांव निर्वाचन क्षेत्र से 19 उम्मीदवार , तिरोड़ा निर्वाचन क्षेत्र से 21 उम्मीदवार , गोंदिया निर्वाचन क्षेत्र से 15 उम्मीदवार और आमगांव निर्वाचन क्षेत्र से 9 उम्मीदवार चुनावी रणभूमि में भाग्य आजमा रहे है।
बागियों की वजह से प्रमुख गठबंधन का खेल बिगाड़ सकता है पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है जब सभी पार्टियों में बागियों की संख्या बहुत ज्यादा हो गई है। जिले के तिरोडा , अर्जुनी मोरगांव और आमगांव विधानसभा क्षेत्र में बगावत का दौर सबसे अधिक देखने को मिल रहा है बागियों की वजह से प्रमुख गठबंधन का खेल बिगाड़ सकता है ?
यहां अलग-अलग पार्टियों से बागी निर्दलीय नामांकन दाखिल कर मैदान में उतरे हैं जिसकी वजह से सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। टिकट न मिलने की नाराजगी में शंकर मड़ावी ने आमगांव विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय ही चुनाव लड़ने का फैसला किया , इसके पहले कि बातचीत अपने अंतिम सकारात्मक दौर में पहुंचती अचानक 4 नवंबर की सुबह शंकर मड़ावी दोनों मोबाइल नॉट रीचेबल कर गायब हो गए ।
पार्टी नेता उनके घर पहुंचे तमाम कोशिशें के बावजूद भी उनसे संपर्क नहीं साधा गया इसी वजह से उनके बागी तेवर कायम है और वे चुनाव मैदान में डटे हुए है। अर्जुनी मोरगांव विधानसभा क्षेत्र से रत्नदीप सुखदेव दहीवले , अजय संभाजी लांजेवार ने टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है और वे चुनाव मैदान में है।
तिरोड़ा विधानसभा क्षेत्र की सीट महा विकास आघाड़ी से एनसीपी ( शरद पवार गुट ) के खाते में जाने पर यहां कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता खासे नाराज हो गए तथा उन्होंने बगावती तेवर अपनाते हुए एक साझा उम्मीदवार को मैदान में उतारने का निश्चय किया और इसी के तहत सशक्त महिला उम्मीदवार वनिता बेनीलाल ठाकरे निर्दलीय चुनाव मैदान में है , यहां चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प देखने को मिलेगा।
गोंदिया विधानसभा क्षेत्र से भी ओबीसी कैंडिडेट के तौर पर चंद्रशेखर बालू लिचड़े , गोंदिया एपीएमसी संचालक अरुण गजभिए तथा आजाद क्रांति सेना के नागेश्वर दुबे चुनाव मैदान में है नतीजतन महायुति और एमवीए की टेंशन इन बागियों ने बढ़ा दी है।
रवि आर्य