गोंदिया। सिंधी समाज के आराध्यदेव वरूण अवतार भगवान झूलेलालजी का चालीहो महोत्सव बड़े ही श्रद्धा, उमंग व भक्तिभाव के साथ प्राचीन झूलेलाल मंदिर ( झूलेलाल मार्ग ) में मनाया गया।
महोत्सव के दौरान 40 दिनों तक सिंधी समाज द्वारा सांई झूलेलाल की स्तूति करते हुए सारे विश्व में सुख- शांति, मानव कल्याण व खुशहाली की कामना की गई तथा आयोलाल-झूलेलाल के जयकारों से मंदिर परिसर गुंजायमान हुआ।
इस अवसर पर मंदिर परिसर को विशेष रूप से सजाया गया था।
प्रतिदिन झूलेलाल मंदिर में सुबह-शाम विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना, आरती, पल्लव व भजन-कीर्तन के साथ विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
चालीहो महोत्सव के समापन अवसर पर हवन-पूजन, भोग साहेब, आम लंगर, भजन संध्या, महाआरती तथा छप्पन व्यंजनों का महाभोग श्री झूलेलालजी को समर्पित किया गया।
25 अगस्त रविवार को बहराणे साहिब की पुजा पश्चात शाम 4 बजे भव्य रैली झूलेलाल मंदिर से भ्रमण हेतु निकली जो मंदिर परिसर से दशहरा मैदान, सिंधी कॉलोनी होते हुए झूलेलाल गेट पहुंची यहां आरती की गई तथा शाम 7 बजे शिवधाम (फुलचुर रोड) में आशापूर्ण पल्लव के साथ बहिराणा साहिब की ज्योत जल प्रवाहित की गई। आयोजन के सफलतार्थ श्री झूलेलाल चेरिटेबल ट्रस्ट कमेटी के पदाधिकारियों का विशेष सहयोग रहा।
56 व्यंजनों का महाभोग , प्रभु झूलेलाल जी को समर्पित
प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी बाबा गुरुमुखदास सेवा समिति द्वारा भगवान झूलेलाल धाम (माताटोली) में 16 जूलाई से 25 अगस्त तक चालीसा महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
महोत्सव दौरान सुबह-शाम विधी-विधान के साथ पूजा अर्चना की गई एवं लंगर साहेब का आयोजन किया गया।
इसके साथ ही चालीहो के दौरान संत श्री आसाराम पाठ, हनुमान चालीसा पाठ, पीर शिवनाथ मढ़ी सत्संग मंडली द्वारा भजन कीर्तन, सुखमनी साहिब, संत निरंकारी सत्संग, स्वामी टेऊॅराम सत्संग, हरे माधव सत्संग, श्री हनुमान मंदिर द्वारा भजन संध्या , श्री आनन्दपुरी कुटिया द्वारा सत्संग, श्री सत्यनारायण कथा जैसे धार्मिक कार्यक्रमों के साथ-साथ फैंसी ड्रेस स्पर्धा, भव्य आनंद मेला , किन्नर समाज द्वारा महाआरती, सिंधी शेज ( डांडिया ) जैसे आयोजन भी किए गए।
चालीहो महोत्सव के समापन अवसर पर श्री झूलेलाल चालीसा पाठ, 108 बार अखंड धुनी साहेब, हवन, भोग साहेब, छप्पन भोग व आम लंगर रखा गया।
रविवार 25 अगस्त के शाम झूलेलाल धाम से भव्य कलशयात्रा निकाली गई तथा नगर भ्रमण पश्चात बहराणा साहेब जी की ज्योति पांगोली नदी में जल प्रवाहित की गई।
चलिहो महोत्सव के आयोजन के सफलतार्थ बाबा गुरमुख दास सेवा समिति , गोंदिया के सेवादारों द्वारा अथक प्रयास किया गया।
रवि आर्य