नागपुर। सोशल मीडिया पर इन दिनों बिजली की दरों को लेकर एक मैसेज खूब वायरल हो रहा है। इस मैसेज में महावितरण द्वारा मुहैया कराई जा रही बिजली की दरें आम नागरिकों, मस्जिदों, चर्चों और मंदिरों के लिए अलग-अलग होने का दावा किया जा रहा है।
चूंकि सोशल मीडिया पर यह संदेश भ्रामक और सामाजिक समरसता के माहौल को नुकसान पहुंचाने वाला है, ऐसे में महावितरण ने अपील की है कि कोई भी इस तरह के फर्जी संदेश के झांसे में न आए।
महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग के आदेश क्रमांक 226/2022 के अनुसार पूजा स्थल जैसे मंदिर, गुरुद्वारा, चर्च और उनके हॉल, पार्क यदि किसी अन्य श्रेणी के तहत पंजीकृत नहीं हैं, तो उन्हें घरेलू उपभोक्ताओं की तरह बिजली शुल्क लेने का निर्देश दिया जाता है। इस बारे में स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए हैं। महावितरण ने लोगों से सोशल मीडिया पर इस तरह के फर्जी संदेशों के जरिए भ्रम पैदा करने वालों से सावधान रहने की अपील की है।