– वरिष्ठ जिप सदस्य नाना कंभाले ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अध्यक्ष पद के उम्मीदवारी चाहते हैं,भाजपा दे सकती है समर्थन
नागपुर– राज्य सरकार में बगावत के बाद सभी राजनीतिक दलों को अलर्ट हो गए है. उसी तर्ज पर नागपुर जिले में कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री सुनील केदार ने जिला परिषद के सभी सदस्यों से आमने-सामने चर्चा कर क्षेत्र में किये गये कार्यों के साथ समस्या की जानकारी ली. सूत्रों ने बताया कि आगामी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए होने वाली चुनाव में संभावित बगावत को देखते हुए समीक्षा की गई.
जिला परिषद में कांग्रेस का शासन है और इसमें पूर्व मंत्री सुनील केदार के धड़े का दबदबा है। अगले कुछ दिनों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव होंगे। कांग्रेस के कुछ सदस्य इन दोनों पदों के लिए अड़े हैं। वरिष्ठ जिप सदस्य नाना कंभाले ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अध्यक्ष पद के उम्मीदवारी चाहते हैं। इसलिए कहा जा रहा है कि वह अध्यक्ष पद के लिए आवेदन करेंगे।
उपाध्यक्ष पद के लिए अरुण हटवार मैदान में हैं। राज्य की सत्ता परिवर्तन के बाद विपक्ष का मनोबल बढ़ा है और वे पुनः सत्ता में आने के लिए सत्तापक्ष के बागियों को गले लगा सकते हैं.
वर्त्तमान में राज्य के सत्ताधारी पक्ष राज्य के साथ-साथ जिला परिषद में सत्ता हस्तांतरण की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए उनकी नजर कांग्रेस के बागियों पर है। कांग्रेस में उपेक्षित कुछ सदस्य असंतुष्ट बताए जा रहे हैं। इसलिए पूर्व मंत्री सुनील केदार ने सभी सदस्यों को बुलाकर उनसे कार्य की समीक्षा की.
सूत्रों ने बताया कि बैठक में सभी सदस्य मौजूद थे. सभी सदस्यों के साथ एक-से-एक जानकारी। समझा जाता है कि उन्होंने अपने सर्कल में किए गए कार्यों, निधि की समस्या, आने वाली समस्या के बारे में बहुत सारी जानकारी ली है।
ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के काम के बारे में भी केदार ने जानकारी हासिल की। समझा जा रहा है कि कुछ सदस्यों ने पदाधिकारियों के काम पर नाराजगी भी जताई है, केदार ने जिला परिषद में संभावित विद्रोह की भी समीक्षा की थी। केदार ने नागरिकों के मुद्दों को प्राथमिकता देने का सुझाव दिया।
उल्लेखनीय यह है कि उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक चुनाव को लेकर अगले सप्ताह बैठक होगी और बैठक में सभी सदस्य मौजूद रहेंगे.
केदार ने कांग्रेस सदस्यों की बैठक बुलाई थी। बैठक में राकांपा सदस्य और महिला एवं बाल कल्याण अध्यक्ष उज्ज्वला बोधारे भी शामिल थीं। सवाल यह है कि वह कांग्रेस में प्रवेश करने वाली है क्या ?