न्याय नहीं मिला तो 25 मई से बैठेंगे अनशन पर
यवतमाल। आज स्थानीय जिला उपनिबंधक (डीडीआर) के कार्यालय में सैंकड़ो साहुकारों ने मोर्चा ले जाकर चेतावनी दी है की साहुकारों की चंगुल से किसानों को बने नए कानुन के तहत मुक्त कराएं अन्यथा वे 25 मई से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बेमियादी अनशन पर बैठ जाएगे. उन्होने आरोप लगाया की तहसील स्तर पर स्थित सहाय्यक उपनिबंधको की ओर कई शिकायते की गई है. फिर भी साहुकारों के खिलाफ उन्होने कोई कार्रवाई नही की, इसलिए साहुकारों के साथ उक्त अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने की मांग उन्होने की.
इस मोर्चे का नेतृत्व साहुकार किसान संघर्ष समिती के अध्यक्ष प्रा. घनशाम दरणे, प्रा.प्रल्हाद कदम ने किया. इस मोर्चे में शामिल किसानों में महागाव के मुडाणा के अवधुत वानखडे, आर्णी के संतोष नालमवार, सुखदेव आसुटकर, हरिभाऊ गाडगे, देवराव खंडरे, रामराव राठोड़, शेली निवासी लहु पडोले, अंबादास कावडे, दारव्हा के इरथल निवाससी अंबादास कावले, रामनगर यावली के उकंडा चव्हाण, अशोक चव्हाण, योगेश राठोड़, रालेगाव के उदंरी के संभा नाकले, बाभुलगाव के फालेगाव निवासी वासुदेव येलुकार, दारव्हा के अलांदी निवासी योगेश धिरन, शांता राठोड़, उमरखेड़ के पारडी निवासी अवधुत चव्हाण, दारव्हा के उदयभान तुनगर, अवधुत वानखड़े, रामराव राठोड़, रतनसिंग चव्हाण, प्रल्हाद कदम, अरूण शेंडे, मारोती चहांदे, देवराव खंडरे, सुखेदव आसुटकर, वाल्मीक कोट, नाना कोट, शे.महमंद शे.इब्राहिम, प्रल्हाद कदम, योगेश राठोड, उकंडा चव्हाण, अशोक चव्हाण, नथ्थु पाटे, माणिक मिलमिले, सुरेश गायनार, देविदास राठोड दारासिंग चव्हाण, काशिराम राठोड, मोहन भोसले, पांडूरंग लांडगे, वासुदेव वेलुकार, कमलकिशोर धिरन, प्रफुल्ल धिरन, प्रमोद गुडे, विवेक मानगावकर समेत सैंकड़ो किसानों का समावेश है.
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