नागपुर: शहर से सटे चिंचभवन ईलाके में कुएँ से गर्म पानी निकलने की घटना से अचानक हड़कंप मच गया। देखते ही देखते यह खबर आग की तरह फ़ैल गई और लोग इसे देखने के लिए पहुँच रहे है। चिंचभवन ईलाके में रहने वाले आनंद हिरडे के घर में स्थित कुएँ से गर्म पानी निकल रहा है। यह घटना मंगलवार से हो रही है। पहले हिरडे परिवार ने इसे सामान्य घटना समझकर टाल दिया लेकिन बुधवार सुबह पानी की गर्माहट और अधिक बढ़ गई थी। जिसके बाद इसी ईलाके में रहने वाले आनंद हरकरे से संपर्क किया गया। हरकरे नागपुर विश्वविद्यालय में भूगर्भशास्त्र विभाग में प्रोफ़ेसर है।
उन्होंने पानी की प्राथमिक जाँच की,जाँच में पानी का तापमान 30 से 40 डिग्री सेल्शियस पाया गया। हरकारे ने नागपुर टुडे को बताया कि सामान्य तौर पर पानी का तापमान 20 सेल्शियस तक रहता है। कुछ वक्त बीतने के बाद पानी में महक भी आने लगी। हरकरे ने पानी का सैंपल लिया और उसे जाँच के लिए आरटीएम नागपुर विश्वविद्यालय के भूगर्भशास्त्र विभाग की लेबोरेटरी में जाँच के लिए भेजा गया है। इस घटना की जानकारी भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण को भी दी गई है। विभाग का दल जल्द ही इस कुएँ का दौरा कर जाँच करने वाला है। हरकरे ने गर्म पानी निकलने वाले कुएँ के अलावा आसपास के अन्य 4 कुएँ के पानी का सैंपल जाँच के लिए एकत्रित किया है। फ़िलहाल जाँच तक पानी का इस्तेमाल न करने की सलाह हिरडे परिवार को दी गई है।
हरकरे ने अपने प्राथमिक अनुमान के मुताबिक बताया कि पानी में सल्फर की मात्रा अधिक हो जाने की वजह से ऐसा होना संभव है। नागपुर शहर के आस पास का काफ़ी हिस्सा ज्वालामुखी में लावे के पिघलने के बाद समतल हुई ज़मीन पर बसा है। ज़मीन के नीचे के भाग में वेदरिंग होने की वजह से कैमिकल रियक्शन हो गया जिससे पानी में सल्फर का प्रमाण बढ़ गया होगा। फ़िलहाल कुएँ से एकत्रित किये गए नमूने को जाँच के लिए भेजा गया है जिसकी रिपोर्ट हफ्ते भर में आयेगी।
इसी विभाग के विभाग प्रमुख प्रो अनिल पोफरे का भी अनुमान हरकारे से मिलता जुलता है। उनके अनुसार जिस जगह पर कुआँ है वह ज़मीन के भीतर फ्रैक्चर हुआ होगा। ज़मीन के अंदर ही सतह के रगड़ने की वजह से गर्म पानी निकलने की संभावना है। फ़िलहाल हमने सैंपल एकत्रित कर जाँच शुरू कर दी है।