अकोला। लोकसभा व विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को लुभावने आश्वासन देकर सत्तासीन हुई भाजपा-शिवसेना की केंद्र व राज्य सरकार ने जनहित विरोधी निर्णय लेने का सिलसिला शुरू किया है. इसके निषेध में सोमवार 9 फरवरी को कांग्रेस की ओर से राज्यव्यापी रास्ता रोको आंदोलन छेडने की जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता डा. सुधीर ढोणे ने जारी विज्ञप्ति में दी. प्राकृतिक संकटों के कारण महाराष्ट्र का किसान उध्वस्त होने के बावजूद केंद्र व राज्य शासन ने पर्याप्त मदद नहीं दी.
किसान पैकेज के नाम पर अत्यल्प मदद घोषित कर किसानों के साथ ठगी की है. हेक्टेयरी 4500 रूपए की मदद घोषित करते समय 2 हेक्टेयर तक की सीमा का बंधन लादकर केवल एक हेक्टेयर तक मदद देने का निर्णय लिया गया यह किसानों के साथ धोखाधडी है. सत्तासीन होने के बाद किसानों को कर्ज माफी देने का आश्वासन चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा व सेना ने दिया था परंतु सत्ता में आने के बाद कर्ज माफी की घोषणा टाली जा रही है. अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 48 डालर प्रति बैरल इतने कम होने सें नियमानुसार पेट्रोल 35 रूपए और डिजल 23 रूपए करना आवश्यक है फिर भी केंद्र सरकार ने दोगुनी दाम आंकते हुए जनता की लूट शुरू रखी है. 300 से कम कामगार वाली कंपनी व उदयोगों को ताले लगाने तथा कामगारों को काम से हटाने का अनुमति का निर्णय सरकार ने लिया है. जिससे राज्य के 39 हजार कंपनियों के लाखों कामगारों पर बेरोजगार होने का समय आएगा, कामगार भूखमरी का शिकार होंगे. यह निर्णय लेकर सरकार कामगारों को आत्महत्या के लिए मजबूर कर रहा है, ऐसा आरोप भी कांग्रेस ने किया है. घरेलू बिजली, छोटे उद्योग, पावरलूम के बिजली बिल में कांग्रेस सरकार ने 20 प्रतिशत सहूलियत दी थी .