महाराष्ट्र दिवस से आंदोलन का इशारा
कन्हान (नागपुर)। नागरिकों के पिने के पानी के लिए कन्हान-पिपरी नगर परिषद को 80 लाख रूपये मंजूर किये है. पैसा होने के बाद भी नागरिकों को पिने का पानी क्यों नही दिया गया? ऐसा प्रश्न राजेश यादव कांग्रेस नगरसेवक ने प्रशासन को पुछा है. तुरंत समस्या न सुलझी तो आंदोलन छेड़ने का इशारा दिया गया है.
12 माह बहने वाली कन्हान नदी के किनारे पर बसे कन्हान शहर में प्रशासन का पानी बाटने का नियोजन नही हुआ. नदी में जलापूर्ति उपलब्ध होने के बाद भी नागरिकों को दो से चार दिन पानी नही मिलता. जितना पानी मिलता है वो भी कम मिलता है. जिससे महिलाओं को पानी के लिए भटकना पड़ता है. कन्हान-पिपरी नगरपरिषद की नगराध्यक्षा महिला होकर भी महिलाओं का दुःख नही समझ रही है. प्रशासन के पास पैसा होकर भी सत्ताधारी भाजपा प्रशासन नगराध्यक्षा आशा पनीकर, उपनगरध्यक्ष डा. मनोहर अपनी जिम्मेदारी से दूर भागने का प्रयास कर रहे है. ऐसा आरोप कांग्रेस नगरसेवक राजेश यादव ने करके कन्हान-पिपरी नगरपरिषद के पास 80 लाख रूपये का निधी उपलब्ध होने का दावा किया है.
शासन की ओर से काम के नियोजन के लिए 1 करोड़ 50 लाख रूपये का निधि प्राप्त हुई है. नगरपरिषद ने 16 फरवरी 2015 के बैठक में करार के अनुसार 10 प्रतिशत हिस्सा मतलब 80 हजार रूपये शासन के पास जमा किए. लेकिन सत्ताधारी इस निधी का खर्च कार्पोरेट ऑफिस तैयार करने की और अन्य कार्यों की ओर खर्च करने का नियोजन कर रहे है. लेकिन नागरिकों को जरुरी पानी की समस्या की ओर आंखें बंद करके शहर में टैंकर राज बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे है. भाजपा प्रशासन अप्राप्त 70 लाख रुपयों से पानी की समस्या छुड़ाने के लिए बोल रहे है. फिर भी अब प्राप्त निधि से पानी की समस्या छुड़ाने के लिए नियोजन क्यों नही करते? ऐसा प्रश्न कांग्रेस नगरसेवक राजेश यादव ने किया है.
नगरपरिषद प्रशासन तुरंत पानी की समस्या सुलझाए, कुए में सबमसिर्बल पम्प के बदले मडपम्प लगाए. पाईप लाइन का काम तुरंत शुरू करके नागरिकों को पिने का शुद्ध पानी उपलब्ध कराए. अन्यथा महाराष्ट्र दिवस से प्रशासन के खिलाफ अलग-अलग मार्ग से आंदोलन करने का कानून हाथ में लेने का इशारा तहसीलदार, नगरपरिषद मुख्याधिकारी और वरिष्ठ अधिकारियों को ज्ञापन द्वारा राजेश यादव ने दिया है.
नगरपरिषद के पास पर्याप्त निधि
कन्हान-पिपरी नगरपरिषद के पास 80 लाख रूपये की निधि है और जलापूर्ति के लिए दो सबमसिर्बल पम्प लेने का सोचा है. सदस्यों के नियोजन पर ही निधि खर्च किया जा रहा है. ऐसा मुख्याधिकारी गीता वंजारी ने कहां है.