Published On : Fri, Jul 15th, 2022
By Nagpur Today Nagpur News

जे एन पटेल की नियुक्ति से क्या सुनील केदार की मुश्किलें बढ़ेगी ?

Advertisement

– एनडीसीसी बैंक में 150 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच को गंभीरता से ली नई प्रदेश सरकार ने

नागपुर– नागपुर जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (एनडीसीसी बैंक) में 150 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार के सहकारिता विभाग द्वारा एक समिति नियुक्त की गई है. नए घटनाक्रम में अब इनमें पूर्व न्यायाधीश जयंत एन. पटेल भी शामिल हैं। अबतक के हुई कार्रवाई के अनुसार बैंक घोटाले का मुख्य आरोपी पूर्व पशुपालन मंत्री सुनील केदार है ? होम ट्रेड लिमिटेड मुंबई, इंद्रमणि मर्चेंट प्रा लिमिटेड और सरकारी प्रतिभूतियों को 2001-02 में बैंक फंड से कुछ अन्य कंपनियों से खरीदा गया था। इस घोटाले में चार राज्यों में कुल 19 मामले दर्ज किए गए हैं। मामला कई साल से लंबित है। साथ ही इस मामले में आरोपियों से अभी तक पीड़ितों को वसूली नहीं की गई है.

उक्त मामले को लेकर दायर की गई याचिका में मांग की गई है कि आरोपियों पर उनकी जिम्मेदारी तय कर घोटाले की रकम वसूल की जाए। इस संबंध में राज्य सहकारिता विभाग द्वारा एक सदस्यीय जांच समिति नियुक्त की गई थी।

Gold Rate
Friday 07March 2025
Gold 24 KT 86,300 /-
Gold 22 KT 80,300 /-
Silver / Kg 97,700 /-
Platinum 44,000 /-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

अब तक पूर्व प्रधान जिला न्यायाधीश एस. डी. मोहोड़ पर सम्पूर्ण जाँच की जिम्मेदारी थी.लेकिन उन्हें अस्वस्थ्य होने के कारण उन्होंने राज्य सरकार से अनुरोध किया था कि दिए गए जवाबदारी से मुक्त कर किसी अन्य को जवाबदारी सौंप दी जाए।
राज्य सरकार ने न्यायाधीश मोहोड़ की विनंती को स्वीकार करते हुए उन्हें जिम्मेदारी मुक्त करते हुए अन्य सक्षम को जिम्मेदारी सौंपने के लिए उच्च न्यायालय से अनुमति मांगी,न्यायालय ने अनुमति देते ही राज्य सरकार ने मोहोड़ की जगह पूर्व न्यायाधीश जे एन पटेल की नियुक्ति की.
सरकार की ओर से एड. मेहरोज खान पठान ने मामले की पैरवी की।

सरकार ‘एक्शन मोड’ में
पिछले साल उच्च न्यायालय ने इस मामले की सुनवाई रोकने का आदेश दिया था. हालांकि, हाल ही में हुई सुनवाई के दौरान मामले में बाकी दलीलें पूरी की जानी चाहिए.सुको ने आदेश दिया था कि फैसला सुनाया नहीं जाना चाहिए। ऐसे में इस मामले की सुनवाई अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है.पूर्व मंत्री सुनील केदार इस मामले के मुख्य आरोपियों में से एक हैं। उनका तर्क भी पूरा हो गया है। प्रदेश में सरकार बदलते ही नए जांच अधिकारी की हुई नियुक्ति से वर्षो पुराने ,मामले में न्याय की उम्मीद की जा रही हैं.

Advertisement