– 8 सितंबर से जाँच शुरू करेंगे पूर्व न्यायाधीश जेएन पटेल
नागपुर – नागपुर डिस्ट्रिक्ट मध्यवर्ती सहकारी बैंक में हुए 150 करोड़ रूपए के घोटाले में आरोपियों से रकम की वसूली के लिए हाल ही में सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति जे. एन. पटेल को नियुक्त किया गया था। इस मामले की जांच 8 सितंबर से शुरू होगी। उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री सुनील केदार इस मामले के मुख्य आरोपियों में से एक हैं।
होम ट्रेड लिमिटेड मुंबई, इंद्रमणि मर्चेंट प्रा लिमिटेड और अन्य कंपनियों से एनडीसीसी बैंक के रकम से वर्ष 2001-02 में सरकारी प्रतिभूतियों को खरीदा गया था। इस घोटाले में चार राज्यों में कुल 19 मामले दर्ज किए गए थे। मामला कई साल से लंबित है।
साथ ही ओमप्रकाश कामडी व अन्य की ओर से याचिका दायर कर कहा गया है कि इस मामले में आरोपियों से अभी तक पीड़ितों को वसूली नहीं की गई है.मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति अतुल चंदुरकर और न्यायमूर्ति उर्मिला जोशी-फाल्के के समक्ष हुई।
इस याचिका के माध्यम से मांग की गई है कि इस घोटाले में आरोपी की जिम्मेदारी तय की जाए और उससे घोटाले की रकम की वसूली की जाए.
अगली सुनवाई 24 अगस्त को तय की गई है। इस वसूली को लेकर राज्य सहकारिता विभाग की ओर से एक सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया था.
अब इस मामले में पटेल को नियुक्त किया गया है। नियुक्ति होते ही पटेल भी ‘एक्शन मोड’ में आ गए। इस मामले में केदार की तरफ से अधिवक्ता अजय घरे पैरवी कर रहे हैं।
गवाहों की जिरह
महाराष्ट्र सहकारी समिति अधिनियम, 1960 की धारा 88 के अनुसार, हाल ही में एनडीसीसी बैंक की जांच के संबंध में एक प्रारंभिक बैठक आयोजित की गई थी। इसके अलावा 8 से 11 सितंबर के बीच जांच की जाएगी। इसमें विभिन्न गवाहों की गवाही दर्ज की जाएगी और उनसे जिरह भी की जाएगी।