Published On : Sat, May 5th, 2018

जब मनपा वार्ड अधिकारी के कक्ष में महिला ने घुस कर किया हमला

Advertisement

Crime
नागपुर: शुक्रवार को नागपुर मनपा के लिए अच्छा दिन साबित नहीं हुआ. नवनियुक्त मनपायुक्त ने पदभार अंधेरे में ग्रहण किया तो दोपहर को मंगलवारी जोन के वार्ड अधिकारी पर उनके ही कक्ष में एक महिला हमला कर दिया. जिसे देखते हुए वार्ड अधिकारी को जान बचाने के लिए ऑफ़िस से भागने पर मजबूर होना पड़ा. यही नहीं अधिकारी इस हमले से इतने दहशत में आ गए कि उस दिन ऑफ़िस आने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाए. बताया जाता है कि संबंधित अधिकारी दूसरे दिन याने शनिवार सुबह ही कार्यालय पहुंचे.

मिली जानकारी के अनुसार विवादों के धनी मंगलवारी जोन के वार्ड अधिकारी जिस भी जोन में तैनात किए गए वहां उन्होंने अपनी कार्यशैली से अपने सह कर्मियों के साथ स्थानीय नगरसेवकों व जनता को उग्र होने पर मजबूर किया. इसी रूखे व्यवहार के कारण मंगलवारी ज़ोन से ३-४ बार तबादला भी किया गया, लेकिन किसी जोन के नगरसेवकों ने अपने सम्बंधित ज़ोन में तैनातगी का विरोध दर्शाने से मामला अधर में लटक गया.

ज्ञात हो कि जरीपटका स्थित डॉक्टर विंकी रुघवानी के अस्पताल के नजदीक सड़क के बीचोंबीच कुछ परिवार कई दशक से रह रहे थे. इस मामले में ‘स्टे’ होने के बावजूद सत्तापक्ष के दबाव में अतिक्रमण दस्ते बिना सोचे समझे सड़क के दायरे में आनेवाले सभी घरों को ढहा दिया. इस मामले का विरोध करनेवालों का तर्क है कि इनके समर्थन में कांग्रेस और बसपा के कार्यकर्ता दौड़भाग कर ही रहे थे कु अचानक कल दोपहर डेढ़ बजे के आसपास वार्ड अधिकारी हरीश राऊत मनपा मुख्यालय से नायर मनपा आयुक्त से मुलाकात कर मंगलवारी जोन लौटे ही थे कि उत्तर नागपुर एनसीपी के कार्यकर्ता व महिलाएं उग्र तेवर लेकर हरीश राऊत के कक्ष में आ धमकी और उक्त मामले को लेकर उक्त परिवार के साथ न्याय की मांग करने लगे.

Gold Rate
19 April 2025
Gold 24 KT 95,800 /-
Gold 22 KT 89,100 /-
Silver / Kg - 96,300 /-
Platinum 44,000 /-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

संतोषजनक जवाब न दे पाने के कारण खासकर महिलाएं हरीश राऊत को मारने के लिए दौड़ पडीं. जान बचाकर हरीश राऊत पहली मंजिल पर अपने कार्यालय से नीचे की ओर भागे. महिलाएं उनके पीछे-पीछे नीचे तक आता देख वे अपने सरकारी वाहन से नौ-दो ग्यारह हो गए. फिर दिन भर नहीं भटके. समाचार लिखे जाने तक शनिवार सुबह सवा १० बजे कार्यालय पहुंचे.

उल्लेखनीय यह है कि मंगलवारी ज़ोन के निकट आधा दर्जन से अधिक अतिक्रमण है, जिसे मुक्त करने के बजाय पदाधिकारियों को खुश करने के चक्कर में सक्रिय होने से यह हादसा घटित हुआ.

Advertisement
Advertisement