सावनेर (नागपुर)। पतंजलि योग समिति और नगरपालिका सावनेर द्वारा पांच दिवसीय योग शिविर को संबोधित करते हुए योगाचार्य उर्मिला जुआरकर ने महिलाओं को रसोई और बच्चों को संभालकर समाज के लिए समय निकालने की विनंती की है.
हालही में हुए जागतिक महिला दिवस के मद्देनजर 13 फरवरी के सत्र में महिला शक्ति को समर्पित करके उर्मिला जुआरकर, प्रीति सेलोकर, मीणा आखले, छाजूराम शर्मा, एड. नामदेवराव फटिंग, सुंदरलाल शर्मा, श्रीराम शर्मा इन तज्ञ शिक्षकों ने योग प्राणायाम, यम, नियम आसन आदि की जानकारी दी. देश को भारत माता का दर्जा, धरती माता को माता कहा जाता है. यह अभिमान की बात है. झांसी की राणी लक्ष्मीबाई, माता जिजाऊ, सावित्री बाई फुले जैसी महिलाओं ने कठनाईयोंवाली परिस्थिति में अपने कर्तृत्व शैली में अपना नाम दुनिया में लिखा है. उनके किए कार्यों को हमे आगे बढ़ाना है. सोशल मिडिया के इस युग में बच्चों को सुसंस्कृत रखने के लिए माँ के सिवाय दूसरा कोई बड़ा गुरु नही है. इसलिए महिलाओं ने पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर समाज और देश के प्रगती में योगदान दे ऐसा आवाहन किया.
परमपूज्य योग ऋषि रामदेवजी महाराज का प्रयास आज फूल रहा है. सभी ओर योग साधना से खुद को स्वस्थ और ऊर्जावान रखने के लिए प्राणायाम हर किसी के पास पहुँचाने का कार्य पतंजलि योग समिति निशुल्क करने का प्रयास कर रहा है.