– शिकायत कर की गई है दोषियों पर कार्रवाई की मांग
हिंगणा – नागपुर से मुंबई तक बन रहे समृद्धि महामार्ग का निर्माण कार्य अंतिम चरण में होकर इस कार्य में अरबों रुपए का भ्रष्ट्राचार हुवा है। जिसका उदाहरण नागपुर से शुरु हुवे निर्माण कार्य में देखने को मिलता है। समृद्धि महामार्ग के नागपुर से शुरु हुवे पैकेज 1 का काम शिवमडका से खड़की आमगांव तक 31 किलो मीटर निर्माण कार्य का ठेका हैद्राबाद की मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को दीया गया।
मेघा कंपनी ने महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल मर्या. (एमएसआरडीसी) के अधिकारियो और प्राधिकरण सलागार अभियंता कंपनी की मिलीभगत से करोडों रूपए का भ्रष्ट्राचार किए जानें का आरोप लगाते हुए मामले की जांच कर दोषी ठेकेदार, अधिकारी और सलागार कंपनी पर करवाईं किए जाने की शिकायत अखिल भारतीय पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष शेख अलीम महाजन ने महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल मर्या. मुबई के उपाध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक राधेश्याम मोपलवार और सह प्रबंध निदेशक अनिल कुमार गायकवाड को की है।
राज्य का विकास हो इस लिए तत्कालिन मुख्यमंत्री व विद्यमान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपूर से मुंबई तक समृध्दी महामार्ग का विकास कार्य शुरू किया था। 55 हजार करोड़ रुपए की लागत से नागपुर से मुंबई तक 701 कीलो मीटर लंबा 6 लेन महामार्ग का विकास कार्य 16 पॅकेज में विभाजीत कर विवीध कंपनीयो को ठेका दीया गया। एमएसआरडीसी द्वारा 0 से 31 किलो मिटर यह पॅकेज 1 का ठेका हैद्राबाद की मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को 1565 करोड रूपए में दीया गया।
मेघा कंपनी से उत्कृष्ठ दर्जे विकास कार्य करके लेनेकी जिम्मेदारी महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल मर्या. नागपूर विभाग के अधीक्षक अभियंता, प्रकल्प संचालक आदि अधिकारी और प्राधिकरण सलागार अभियंता कंपनी की थी। लेकिन अपने निजी स्वार्थ के लिए ठेकेदार से साठ गांठ कर निकृष्ट दर्जे के निर्माण कार्य को अनदेखा किया गया। करोडों रूपए का भ्रष्ट्राचार कर मेघा कंपनी द्वारा विकास कार्य में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई।
जिसका खामियाजा एक मजदूर को अपनी जान गवाकर देना पड़ा। क़रीब 36 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे वन्यजीव ओवरपास ब्रिज के कुछ आर्च कोगरेटीन के दौरान गिर गए थे। जिसमे ऊपर से गिरकर बिहार निवासी 24 वर्षीय एक मजदूर मोहम्मद नौशाद मोहम्मद हुसैन की मौत हो गई थी। और कुछ मजदुर घायल हुवे थे। सभी ने ब्रिज गिरने की बात कबूली लेकिन मजदुर की मौत होने की जानकारी दबाई गई। जिसके चलते किसीपर कोई करवाईं नही हुई। लेकिन हिंगना पुलिस स्टेशन में 25 अप्रैल 2022 को रात 3 बजे के क़रीब ब्रिज से गिरकर यूवक की मौत का मामला दर्ज है। बाद में पुलिस अधिकारियों ने भी इस मामले को दबाने में मेघा कंपनी की मदत किए जानें की चर्चा है।
वन्यजीव ओवरपास ब्रिज गिरने से नागपूर से शिर्डी तक 2 मई को होने वाला समृद्धि महामार्ग का उद्घाटन भी टला था। अब यह ब्रिज पुराने तरीके से लोहे के गडर लगाकर किया जा रहा है। वन्यजीव ओवरपास स्ट्रक्चर आर्च तरीके से बनाया जा रहा था। जो की लोहे की मोटी रोप पर बन रहा था। यह ब्रिज गिरने में किसकी गलती है।
इस मामले में जो दोषी है, उसपर अब तक क्यू करवाईं नही की गई। जल्द इस मामले की जांच कर दोषि तथा भष्टाचार में लिप्त एमएसआरडीसी के अधिकारी, प्राधिकरण सल्लागार अभियंता कंपनी और ठेकेदार मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी पर करवाईं की मांग की गई है।