विगत 8 महीनों से नहीं मिला वेतन
पोफाली (यवतमाल)। वसंत सहकारी शक्कर कारखाने के कामगारों का विगत आठ महीनों से वेतन नहीं हुआ है. कामगार संघटना ने समय-समय पर लिखित निवेदन दिया लेकिन वसंत कारखाने के अध्यक्ष और संचालक मंडल ने इस संदर्भ में कोई भी कार्रवाई नहीं की. जिससे कामगार संघटना ने सैकड़ो कामगारों सहित बुधवार को मोर्चा निकाला गया. इस दौरान प्रशासन का कोई भी प्रमुख उपस्थित नही थे. जिससें कामगारों में तीव्र असंतोष फैला था.
अधिक जानकारी के अनुसार वसंत कारखाने को शुरू करने के लिए जिला बैंक ने सन 2011-12 से अधिक रकम दी है. तथा मोलसेल, भंगार, बिक्री, वसुली से हर साल रकम मिलती रही है. फिरभी कर्मचारियों का वेतन गत 5 वर्षों से 4-8 महीने बकाया रखा गया है. वेतन के लिए यूनियन को हर महीने में मांग करनी पड़ती है. वेतन न मिलने से कामगारों में असंतोष निर्माण हुआ है. शक्कर का भाव कम हुआ ऐसा बहाना बनाया जा रहा है. बकाया वेतन की मांग करने पर 1-2 महीने में वेतन देने का कहां गया है. लेकिन यह संघटना को अमान्य था. संघटना के अध्यक्ष चि.के. मुड़े ने कारखाना अध्यक्ष प्रकाश पाटिल पर गंभीर आरोप लगाये.
बकाया वेतन करीब 10 करोड़ है. आश्वासन देने पर भी वेतन नहीं दिया गया. जिससे कर्जा लेकर, उधार लेकर परिवार चलाना पड़ता है. उधारी पर किराणा न मिलने से कामगारों पर भूखों मरने की नौबत आई है. बच्चों की शादी और इलाज के लिए रकम नहीं होने से कर्ज निकालकर काम चलाना पड रहा है. इन कामगारों की सत्य स्थिती पता चले इसलिए यूनियन के प्रतिनिधी पी.के.मुड़े और व्ही.एम. पांगराव ने कारखाना अध्यक्ष से मिलकर बकाया वेतन और अन्य 22 मांगों को तुरंत सुलझाने की मांग की है. लेकिन अध्यक्ष ने इस संदर्भ में कोई भी कार्रवाई नहीं की. जिससे कामगारों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की.
मोर्चा कारखाने पर आनेपर ज्ञापन लेने के लिए कोई भी अध्यक्ष, संचालक, कार्यकारी संचालक उपस्थित नहीं था. इस दौरान कामगारों ने कारखाना अध्यक्ष और प्रशासन के विरोध में जमकर घोषणा की.