नागपुर: आरटीई के तहत ऑनलाइन एडमिशन करनेवाले स्कूलों को मार्गदर्शन और चर्चा करने के लिए बुधवार को मनपा और आरटीई एक्शन कमिटी द्वारा रेशमबाग के कविवर्य सुरेश भट्ट सभागृह में कार्यशाला का आयोजन किया गया था. जिसमें शहर के करीब 250 स्कूलों के प्राचार्य उपस्थित थे. इस वर्कशॉप में स्कूल संचालकों को होनेवाली दस मुख्य समस्याओं पर चर्चा की गई.
इस दौरान जीरो कंप्लेंट का मुख्य टारगेट रखा गया था. इन दस मुद्दों में स्कूलों को होनेवाली तकनीकी परेशानियों को लेकर, विद्यार्थियों के बोनाफाइड और टीसी, बोनोफाईड किस तरह से बनाई जाए, मिडल में आरटीई , स्कूलों को निधि नहीं मिलने पर, पहली से लेकर आठवीं तक एडमिशन, मुफ्त में किताबें और ड्रेस देने को लेकर, ट्रांसपोर्टेशन, बोगस एडमिशन, डाक्यूमेंट्स वेरिफिएक्शन और विद्यार्थियों के ट्रांसफर को लेकर कार्यशाला में चर्चा की गई. इस दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि आरटीई के तहत 25 प्रतिशत मिलनेवाली सभी सीटें भरी जानी चाहिए.
इस दौरान मनपा उपायुक्त रंजना लाडे ने प्रस्तावना और आरटीई से सम्बंधित जानकारी दी. पोतदार स्कूल की प्रिंसिपल जीनत सय्यद ने प्रेजेंटेशन दिया. इस वर्कशॉप में प्राथमिक शिक्षणाधिकारी दीपेंद्र लोखंडे, आरटीई एक्शन कमिटी के चैयरमेन शाहिद शरीफ, महिला व् बालविकास कक्ष अधिकारी मुश्ताक पठान, उपशिक्षणाधिकारी अनिल कोल्हे, शिवसेना के मनपा पक्षनेता किशोर कुमेरिया मौजूद थे.