पुलिस की गहने तलाश मुहिम है शुरू
यवतमाल। दिग्रस तहसील के हरसूल गाव में रापनी की बस में सवार एक व्यक्ति ने सोने के जेवर से भरी दो बैग खिड़की से रास्ते से रोड़ से सटे खेत में फेंक दी थी. इस मामले में आज पुलिस ने 100 ग्राम सोने के जेवर जब्त किए है. इसमें से अधिकांश ईमानदार ग्रामीणों ने 50, 100 रुपए में खरीदे हुए जेवर खुद पुलिस को सौंप दिए है. जिससे उनकी सराहना की जा रही है तो अधिकांश लोगों ने अब भी यह जेवर नहीं देने से पुलिस का सिरदर्द बढ़ता जा रहा है. क्योंकि जेवर की कोई शिकायत नहीं है, इसलिए कौन से जेवर थे? कितने ग्राम के थे? इसका विस्तृत ब्यौरा पुलिस के पास नहीं है. जिससे पुलिस को जेवर जब्ती में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अभी तक पुलिस यह भी पता नहीं लगा पाई है कि, यह जेवर किस व्यक्ति ने बस में से फेंके थे? वह कौन था? जब जान पर बन आती है उसी समय इन्सान मजबूरन ऐसा काम करता है. इसलिए उस व्यक्ति को भी सरगर्मी से ढूंढा जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि चलती बस में से खेत में फेंके गए जेवर से भरे दो बैग उदयसिंह चव्हाण को मिले थे. उसे उस समय यह विश्वास नहीं था, कि यह असली जेवर थे. इसलिए उसने बेन्टेक्स के गहने समझकर 50, 100 रुपए में बेचकर मौकला हो गया. मगर जब 7 पिस बचे थे तो उसे इस बात का अहसास हुआ कि, यह जेवर असली है. जांचने के बाद वह जेवर असली ही निकले और बाद में यह मामला पुलिस तक पहुंचा और फिर जांच शुरू हुई. इसमें से कुछ जेवर गाव के एक दुकानदार को 20 रुपए नग से भी बेचे गए है. जिसमें कान की 16 बालियों की जोड का समावेश था. हरसुल के सागर सवने के जनरल स्टोअर्स पर 62 सोने के गहने बेचे गए. पुलिस ने अबतक सिर्फ 20 गहने जब्त किए है.
जानकारी लेने पर पता चल रहा है कि, सोना खरीदनेवालों ने दूसरे गाव जाकर बेच दिया. पुलिस ने गांधी नगर 19 ग्राम 700 मिली ग्राम, जनरल स्टोअर्स से 30 ग्राम ऐसा कुल 50 ग्राम सोना जब्त किया था. आज और लोगों ने 50 ग्राम सोना लाकर दिया. जिससे कुल 100 ग्राम सोना पुलिस के पास आया है. मामले की जांच थानेदार देशमुख, एपीआई प्रकाश राऊत, पीएसआई विजय पंनदे, पुलिस कॉन्स्टेबल राजेश पाटोले, रुपेश चव्हाण, श्याम लाडंगे, मो. शेख, स्वाती शिंदे आदि पुलिस कर्मी कर रहें है.