उमरखेड (यवतमाल)। श्रीदत्त नगर (मरसुल) व दहागांव, नागेशवाड़ी, और सुकड़ी के किसान और गांव के नागरिक पक्की सड़कें न होने से परेशान है. सत्यरुख हनुमान मंदिर से श्रीदत्त नगर गांव की ओर जानेवाली 2 कि.मी. सड़क तथा विधायक फंड से कमानी पुल निर्माण करने की मांग गांववासियों की है. ऐसा प्रस्ताव गांववासीयों की ओर से ग्रा.पं. मरसुल की सरपंच सुमन बेडके ने विधायक राजेंद्र नजरधने को सौंपा है.
मरसुल, बेलखेड, आमदारी, बारा, कुपती और दहेगांव के बिजली ग्राहकों को समय पर बिजली नहीं मिलती थी. अनियमित बिजली आपूर्ति से मुक्त करने के लिए वि. नजरधने ने राज्य के ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की ओर से साढ़े तीन करोड़ रुपयों के 33 केवी बिजली उपकेंद्र निर्माण के लिए मंजुरी दिलवाई. यह मंजूरी शासन की दिनदयाल ग्रामीण ज्योति योजना अंतर्गत मिली. चार महीनों के काल में हजारों किसान और गांववासियों की बिजली की समस्या हल होने से इस विकास प्रक्रिया पर मरसुल ग्रा.पं. ने विधायक नजरधने के प्रस्ताव का स्वागत किया. यह प्रस्ताव विधायक को भाजपा कार्यालय में जाकर गांववालों की ओर से जेष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. अनंतराव कदम ने सौपा.
दहेगांव, श्रीदत्तनगर, सुकली, नागेशवाड़ी के किसानों के पास जमीने है. यहां गन्ने की फसल उगाई जाती है. फसल ले जाने के लिए पक्की सड़क न होने से बारीश के समय में 20-22 दिनों तक कच्ची सड़क सुखने का इंतजार करना पड़ता है. यह एकमेव सड़क होने से श्रीदत्त नगर से सत्यरुख हनुमान मंदिर जोकी 2 कि.मी पक्की सड़क और साझा करने से पहले 2 कमानी का पुल की मांग का प्रस्ताव नागरिकों की ओर से डॉ. अंतराव कदम ने दिया. इस दौरान भाजपा श.अ. नितिन भुतडा, शामराव पाटील, माधवराव माने सहित अन्य मुख्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
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