सप्ताह भर के भीतर कभी भी हो सकता हैं उद्धघाटन
नागपुर: मनपा की परिवहन सेवा शुरुआत से ही आर्थिक मंदी के साये में गुजर रही,आलम यह हैं कि नियमित भुगतान न किये जाने से परिवहन सेवा पर आश्रितों की संख्या अल्प हैं.आर्थिक मंदी और पर्यावरण को क्षति न पहुँचाने के उद्देश्य से डीजल की जगह ‘सीएनजी’ पर बसें चलाने का निर्णय लिया गया,इस क्रम में मनपा की एक बस ‘सीएनजी’ में परिवर्तित होकर नागपुर पहुँच चुकी व उद्धघाटन कर ‘आपली बस’ के बेड़े में शामिल होने की राह तक रहा.
खबर हैं कि पुणे की रॉमेट नामक ‘सीएनजी’ आपूर्ति करने वाले कंपनी से मनपा का करार हुआ हैं.यह तीनों ऑपरेटरों की तय क्रम अनुसार सभी स्टैण्डर्ड बसें ‘सीएनजी’ में अपने खर्च पर तब्दील करने के साथ ही साथ ‘सीएनजी’ भी आपूर्ति करेंगा।तीनों ऑपरेटरों के पास कुल २३७ स्टैण्डर्ड बसें हैं.सर्वप्रथम उक्त समूह पुणे की ट्रेवल टाइम फिर दिल्ली की आरके ट्रैवेल और अंत में नागपुर की हंसा की बसें ‘सीएनजी’ में तब्दील करेंगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त समूह एलएनजी से सीएनजी में परिवर्तित के लिए नागपुर में ‘मदर स्टेशन’ स्थापित करेंगा। इसी केंद्र के मार्फ़त तीनों ऑपरेटरों के डेपो में ‘सीएनजी’ किट आपूर्ति करने के साथ परिवर्तित की जाएंगी।
प्रायोगिक तौर पर उक्त समूह ने ट्रैवेल टाइम की एक बस को मुंबई या पुणे में से किन्हीं एक जगह से ‘सीएनजी’ में परिवर्तित कर नागपुर ला चुकी हैं.जिसका जल्द ही उद्धघाटन कर शहर में सेवारत किया जाएगा।
इसके बाद उक्त समूह से मनपा प्रशासन कागजी कार्रवाई पूर्ण कर नागपुर में ही ‘आपली बसों’ का ‘सीएनजी’ में परिवर्तित का क्रम शुरू करेंगी।
उक्त समूह को जगह उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी मनपा प्रशासन की हैं,समाचार लिखे जाने तक मामला कागजों से सतह पर अभी तक नहीं उतरा हैं.
उल्लेखनीय यह हैं कि मनपा के साथ रॉमेट समूह का करार हुआ हैं.रॉमेट के तीन भागीदार हैं,जिसमें से एक युवा भागीदार कौस्तुब नागपुर का हैं.मनपा प्रशासन के समक्ष प्रत्येक मामले में कौस्तुब ही सम्पूर्ण व्यवहार कर रहा हैं.