नागपुर न्यूज़।
वरिष्ठ काँग्रेस नेता रणजीत देशमुख के छोटे सुपुत्र डॉ अमोल देशमुख ने कहा है कि यदि मौका दिया जाए तो वे काँग्रेस के टिकट पर आगामी विधान सभा चुनाव में रामटेक विधान सभा क्षेत्र से लड़ना चाहेंगे। उन्होने कहा, ‘यदि अवसर दिया जाए तो मैं काँग्रेस के टिकट पर यह चुनाव लड़ना चाहूंगा।’
डॉ अमोल के इस ऐलान से उनके पारंपरिक काँग्रेस समर्थकों में काफी उत्साह है क्योंकि डॉ अमोल को अंतर्राष्ट्रीय विकास गतिविधियों का व्यापक अनुभव है। हेल्थ केयर मैनेजमेंट में स्पेशलाइजेशन के साथ एक प्रशिक्षित डॉक्टर होने के साथ साथ उन्हें बड़े सार्वजनिक अस्पतालों के गुणवत्ता प्रणाली के प्रबंधन का भी ज्ञान है और विकास के क्षेत्र में योग्यता हासिल है।
नागपुर के लता मंगेशकर टीचिंग हॉस्पिटल से एमबीबीएस करने के बाद वे अपनी पत्नी सूचिका के साथ लंदन चले गए, जहां उनकी पत्नी ने बाल रोग एवं जनरल सर्जरी में एफ़आरसीएस किया जबकि अमोल ने प्रतिष्ठित लंदन स्कूल ऑफ इक्नोमिक्स में अपनी पढ़ाई जारी रखी, साथ ही लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रोपिकल मैडिसिन से पोस्ट ग्राजुएशन पूरा किया।
डॉ सूचिका देशमुख
अमोल की पत्नी डॉ सूचिका का कहना है, ‘’अमोल अपने लक्ष्य के प्रति एकदम स्पष्ट हैं। उन्हें पता है कि वे लोक स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और छोटे और मझोले उद्योगों के जरिये अर्ध शहरी क्षेत्रों में भी लोगों को सक्षम बनाना चाहते हैं। इसलिए उन्होने सक्रिय राजनीति में उतरने का फैसला किया और ऐसे में चुनाव लड़ना स्वाभाविक निर्णय था।‘’
लंदन में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद डॉ अमोल देशमुख जयपुर के फोर्टिस हॉस्पिटल में क्वालिटी और मेडिकल डाइरेक्टर के रूप में जुड़ गए। उन्होने नए अस्पतालों को मान्यता दिलाने की ज़िम्मेदारी भी संभाली जहां सिर्फ नौ महीनों में ही अपनी क्षमता साबित कर दी। आज वे स्वयं एक प्रमाणित एक्रेडिटर हैं।
जयपुर में रहने के दौरान उनकी पत्नी ने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए हर्ड फ़ाउंडेशन की स्थापना भी की, जिसमे उन्होने दीर्घकालिक विकास और मेडिकल रीसर्च की दृष्टि से एक सामुदायिक नेटवर्क बनाया। बीते एक दशक से रामटेक के ग्रामीण लोगों को यह फ़ाउंडेशन अनेक प्रकार की सेवाएँ उपलब्ध करा रहा है।
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