
All set…
Congress MP from Ramtek Lok Sabha Mukul Wasnik sporting winning smile after filing nomination for Ramtek in Nagpur on Friday.
नागपुर टुडे
उल्लासमय वातावरण में रामटेक लोकसभा के कांग्रेस उम्मीदवार मुकुल वासनिक ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया दाखिल किया।इस अवसर पर कांग्रेस के केंद्रीय से लेकर रामटेक लोकसभा के ग्राम पंचायत स्तर के पदाधिकारी सह कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय में उपस्थित थे.जिसमे महाराष्ट्र राज्य के मंत्री सुरेश शेट्टी,राज्यमंत्री राजेंद्र मूलक,प्रदेश कांग्रेस के सचिव दीपक काटोले,विधायक सुनील केदार,जयप्रकाश गुप्ता,नाना गावंडे,जिलापरिषद सदस्य नाना कम्भाले,राजा ढोबले आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.
नामांकन प्रक्रिया दाखिल करने के पूर्व वासनिक के गांधी नगर आवास पर जमा भीड़ में चर्चा हो रही थी कि पिछले चुनाव में चुनाव की जिम्मेदारी सँभालने वाले इस चुनाव में नज़र नहीं आ रहे है.वही किसी का कहना था कि पिछले चुनाव में रामटेक लोकसभा चुनाव क्षेत्र की राजनीति और कार्यकर्ताओ से वासनिक अनभिज्ञ थे,इसलिए हर मामले में दूसरे पर आश्रित थे.जिसका नतीजा पिछले चुनाव में कड़ी मशक्कत के बावजूद बहुत ही कम अंतर से चुनाव जीतेथे।
इस बार यह नौबत नहीं है,पिछले पाँच सालो में वासनिक रामटेक लोकसभा का जो विकास किये आजतक नहीं हुआ और इन पाँच सालो में रामटेक की राजनीति सह कार्यकर्ताओ की सोच और जनता-जनार्दन की जरुरतो को भली भांति समाज इस चुनाव के लिए खुद ही रणनीति तैयार कर रहे है.अपने खेमे में नाराज लोगो को समझा-बुझा कर सभी को चुनाव सम्बन्धी अलग-अलग कार्य सौप कर सकारात्मक कार्य करने की सलाह दिए है.
इस चुनाव में सकारात्मक पक्ष वासनिक के लिए यह है कि पिछले चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ने वाली सुश्री सुलेखा कुम्भारे ने इस चुनाव में समर्थन और बसपा उम्मीदवार ने कांग्रेस में प्रवेश ले लिया है। नकारात्मक पक्ष यह है कि पिछले चुनाव में रंजीत देशमुख इस बार फ़िलहाल दूर और विधायक सुनील केदार खुलकर अबतक सक्रिय नहीं हुए है.
अबतक जो भी बड़ा नेता फिर चाहे जिस भी पार्टी-गुट का हो किसी ने गम्भीरता से अपने कार्यकर्ताओ को चुनाव में भिड़ने का आदेश नहीं दिया है.
यही पर उपस्थित एक शिवसेना समर्थक जो की नजारा देखने आये थे उनका कहना है कि वासनिक ने रामटेक का विकास किया लेकिन कार्यकर्ताओ की अतिमहत्वाकांक्षी उम्मीदो पर खरा नहीं उतर पाये।वही शिवसेना ने पुराने उम्मीदवार को दोबारा मौका दी,यह पिछले चुनाव में कम से कम जिले के शिवसैनिको के किसी गुट में नहीं था ,इसलिए जोश उफान पर थी,इस बार विधायक आशीष जैस्वाल गुट में है,जिसके कारण प्रकाश जाधव गुट दुरी बनाये हुए है.पिछले चुनाव में जिस हिसाब से खर्च किया था उस हिसाब से इस बार शुरुआत से किल्लत दर्शा रहे है.पिछले चुनाव में जैस्वाल ने बड़े ढंग से वासनिक की मदद की थी जो कि इस बार शिवसैनिको में सार्वजानिक हो गई है.साथ ही गडकरी-उद्धव की लड़ाई का असर से शिवसेना उम्मीदवार को सामना करना लाजमी है.