Published On : Tue, Sep 11th, 2018

स्कूल की छात्राएं छुट्टी में घर जाती हैं शौचालय के इस्तेमाल के लिए, स्कूल के शौचालय हैं काफी खराब

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नागपुर – देश को स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छ करने का दम भरा जा रहा है. शिक्षा को दुरुस्त और स्कूलों को डिजिटल बनाने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन नागपुर महानगरपालिका की स्कूलों का हाल देखने पर ऐसा लगता है कि स्वछता और डिजिटल बनाने का सरकार का दावा फेल हो रहा है. डिजिटल तो दूर की बात है, स्कूल में शौचालय भी सही ढंग से नहीं है, शौचालयों की इतनी खराब अवस्था है कि शौचालय में जाने पर ही विद्यार्थी बीमार पड़ जाए. हम बात कर रहे हैं ताजबाग स्थित ताजाबाद उर्दू हाईस्कूल और जूनियर कॉलेज की. जिसमें करीब 450 छात्र विद्यार्थी पढ़ रहे हैं.

5वीं से 12वीं तक की क्लास यहां होती है. इमारत पूरी तरह से जरजर हो चुकी है. इन 450 विद्यार्थियों में 300 के करीब लड़कियां हैं. स्कूल में व्यवस्था के नाम पर गन्दगी के अलावा कुछ भी नहीं है. स्कूल में बाहर शौचालय है, लेकिन उसमें न तो दरवाजे हैं और न ही पानी की कोई व्यवस्था. स्कूल के पीछे शौचालय है लेकिन वह भी पूरी तरह से गन्दगी से भरे हुए हैं. ऊपर में शौचालय है, लेकिन वहां की हालत भी वैसी ही है. इन शौचालयों को देखकर लगता है मानो कई दिनों से इसका उपयोग छात्रों ने नहीं किया है.

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किसी भी शौचालय की न तो सफाई है और न ही मरम्मत. शौचालय में पानी की व्यवस्था भी नहीं है. स्कूली छात्राएं स्कूल का शौचालय गन्दा होने की वजह से अपने अपने घरों में छुट्टी होने पर जाती हैं. जिसके कारण कह सकते हैं कि नागपुर महानगर पालिका स्कुलों में विद्यार्थियों को मूलभूत सुविधा देने में भी नाकाम साबित हो रही है.

शौचालय की मांग को लेकर शिवसेना का प्रदर्शन

शौचालय की मांग को लेकर शिवसेना पार्टी की ओर से स्कुल में उग्र विरोध प्रदर्शन किया गया. जिसमे बड़ी तादाद में शिवसेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे. आंदोलन का नेतृत्व शिवसेना के जिलाप्रमुख प्रकाश जाधव ने किया इस दौरान नगरसेवक किशोर कुमेरिया समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.

प्रकाश जाधव की ओर से मांग की गई की जल्द से जल्द शौचालय की व्यवस्था के साथ ही शौचालयों का निर्माण किया जाए और पिने के साफ़ पानी की व्यवस्था की जाए. इस दौरान मनपा के झोनल अधिकारी भी स्कुल में मौजूद थे. साथ ही स्कुल की प्रिंसिपल भी थी. कुछ कार्यकर्ताओ की ओर से उग्र प्रदर्शन भी किया गया. जिसमे प्रिंसिपल के कमरे का लाइट भी फोड़ा गया. इस प्रदर्शन में मनपा के अधिकारियों ने आश्वासन दिया की जल्द ही व्यवस्था सुधारेंगे. कुछ समय के बाद तनाव को देखते हुए पुलिस भी पहुंची.

कैसी है स्कुल की व्यवस्था और सुविधा

स्कुल में व्यवस्था और सुविधा के नाम पर केवल विद्यार्थियों के साथ छल ही है. पिने के पानी का टैंकर हफ्ते में एक या दो बार आता है स्कुल में एक फ्रीजर है.फ्रीजर के पास काफी गन्दगी है. स्कुल के कमरों की छत के प्लास्टर कई बार टूट चुके है. जिसके कारण कुछ कमरों को बंद किया गया है. स्कुल में कंपाउंड तो काफी बड़ा है. लेकिन दोनों में से एक ही जगह पर गेट है जबकि दूसरा ऐसा ही खुला है. और न ही कोई सुरक्षा रक्षक है. जिसके कारण दिनभर असामाजिक तत्वों का स्कुल परिसर में जमावड़ा रहता है. इन असामाजिक तत्वों से भी छात्राओ को काफी परेशानी होती है.

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